र्रौतिया सामाजिक जनजागृति नीतियां

सामाजिक बदलाव के लिए कुछ युवा मिलकर सामाजिक कार्य करने का निर्णय लिया गया। विभिन्न मुद्दों पर बात विचार किया गया ,सभी ने अपने अपने पक्ष रखे। एक छोटी सी कोसिस ने आज कुछ लोगो को साथ लेकर सामाजिक बदलाव के लिए अग्रसर हुए हैं।  मैने अपने जीवन में बहुत सारे बदलाव को नजदीक से देखा है ,जिस गांव में कभी लोग प्यार से मिल जुल भाईचारे के साथ रहते थे वो आज एक दूसरे से खफ़ा हैं,कभी पर्व त्यौहार में सभी मिल खुशियों में शरीक होते थे ,आज वो एक दुसरे से दूर हैं।लोगो की गरीबी ,लोगो की अज्ञानता बढ़ गयी है,अब लोग सिर्फ अपने से मतलब रखने लगे हैं। जमीन बेच कर जिंदगी  पालने को मजबूर हो गए हैं। शिक्षा भी मिली पर अज्ञानता खत्म नही हो सकी,न ही एकता आयी। बहुत सारे समस्यों को दूर करने के लिए हम सबने एक कदम उडाया है ,  अब मिल कर लोगो को जागरूक किया जायेगा,अब मिल कर गांव गांव जाकर कृषि की आधुनिक विधि के बारे जानकारी देनी होगी। गरीब गांव टुटा परिवार  रोते हुए बच्चे के आँख में गरीबी की आँशु , फ़टे  कपड़ो में बेबस जिंदगी , मायूसी से भरी निगाहें जो रात दिन एक रौशनी का इंतेज़ार में जिंदगी गुजार  रही हैं ,अब हमसब को मिल कर सबके आँशु पोछने हैं, मैंने अपने जिंदगी के कर्तब्य को जान लिया है,पूरा जीवन अब सामाजिक  जन जागृति में लगा दुंगा, आज रौतिया  समाज को आरक्षण से ज्यादा जागरूक करने की आवश्कयता है ,आज सबको एकता के सूत्र में बांधने की जरुरत है,आज एक छोटी सी पहल जरूर अच्छे दिन दिखा देगी। 

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