प्यार का जूठा खेल



#भाई_बहन_पूरा_पढ़े_ #प्रेम_जाल_का_भंडा_फोड़ इस लेख को पढ़ने के बाद कई लोगो को बुरा लगेगा क्यों सत्य कड़वा होता है ,इस लेख को लिखने की मैंने जरूरत महसूस की क्यों समाज के युवक युवती को इस विषय में जानकारियों का अभाव है जिसके कारण आज कई पीढियां प्रभावित हो रही हैं
आज हमारे समाज में युवक युवती की सँख्या काफी है और वो आने वाली पीढ़ी हैं ,युवा पीढ़ी के द्वारा किया गया  वर्तमान में    हर सही ,गलत कार्य आने वाले समाज के निर्माण का आधार होगा ,आने वाला समाज कैसा होगा ये आज की युवा पीढ़ी पर निर्भर करता है ,,,कुछ चंद सालो से हमारे समाज का सामाजिक सन्तुलन काफी बिगड़ गया है , सामाजिक बुराई इतने ज्यादा बढ़ गए हैं जिसमे अच्छाई दूर दूर तक नजर ही नही आते ,,आज का विषय प्रेम से है  ,इस विषय में न माँ बाप बात करते, न दोस्त सही  जानकारी देते हैं,,,प्रेम, प्यार ,लव जिसे कई नामो से जाना जाता है ,आज जीवन के चंद उम्र में इसका असर काफी युवाओं में देखने को मिलता है ,लोगो में प्यार का नशा दुनिया की जहरीली नशा से भी ज्यादा सर चढ़ कर बोलता है ,,जिसे लोग प्यार समझ कर मरने जीने की कसमें खाते हैं वो एक मात्र शारीरिक परिवर्तन के बाद लोगो के प्रति आकर्षण होता है , आज जिस फिलिंग को अलग अलग तरीके से परिभाषित करने में लोग लगे रहते हैं ,उसकी जरुरत शादी के बाद एक लंबे जीवन काल में आवश्यक होता है ,पर उस फिलिंग को शादी से पहले ही कई जगहों कई लोगो के साथ साझा करके जीवन से हमेशा के लिए एक सच्चे प्रेम को खो देते हैं, आज हर कोई जुठे प्रेम का शिकार में अपने विश्वासों को खोया है ,आज हर कोई जुठे प्रेम जाल में फंसकर समय गवाया है ,जिस विश्वास की जरूरत हमें शादी के बाद थी उसे हमने पहले ही गवाँ दिए हैं ,,,पहले के जमाने में यौवन काल में युवक युवती के चेहरों में तेज होता था शरीर भी बलवान होता था ,आज युवाओं के चहेरे उतरे हुए और शरीर निर्बल लगता है , ,,आज लोग जुठ को प्रेम समझ बैठे हैं ,आज एक जरुरत को प्रेम समझ बैठे हैं ,,जो इंसान आपसे ये कह रहा की आपसे वो प्रेम करता है तो उसी वक्त व्यक्ति को संभल जाना चाइए क्यों की वो प्रेम नही सिर्फ जरूरत है ,जोकि कुछ पलों में खत्म हो जायेगा,,,
आज मेकअप से भरे हसीन चेहरे के पीछे गहरे राज छिपे होते हैं,कई टुकड़ो में दिल टूटे होते हैं ,कई विश्वास टूटे होते हैं ,,,जीवन का असली सच्चा प्रेम सिर्फ माँ बाप के पास है,जो आपसे कभी नही कहते की वो कितना प्यार करते हैं,कितना ख्याल रखते हैं,, पर हम एक सच्चे प्यार को न समझ कर अपनी जरुरत को पूरा करने के लिए,बाहर के लोगो के जुठे प्रेम झाल में फँसते चले जाते हैं, वो आपसे हज़ारो कसमे वादे करता है ,मरने जीने की बात करता है ,दुनिया का हर जुठ बोलता है ,पर सामने वाले इंसान को वो सच लगने लगता है ,,,एक सच्चा प्रेम निराकार है ,निशब्द है ,प्रेम आत्मजुड़ाव है ,,पर आज प्रेम को युवक युवती ने शब्द दिया,आकार दिया,शारीरिक जुड़ाव मात्र बना के छोड़ दिया,,,,आज प्रेम को बाजारू बना के छोड़ दिया गया ,आज प्रेम को दिखावा बना के छोड़ दिया गया ,आज प्रेम को नुमाइश बना दिया गया,आज प्रेम को अश्लीलता का रूप दे दिया गया ,,, जब से मोबाइल फ़ोन और इंटरनेट लोगो के हाथो में पहुँचा ,तब से इसका सबसे ज्यादा गलत इस्तेमाल हो रहा है , ,हीरे से भी ज्यादा मूल्यवान समय सिर्फ गलत कार्यो में लग रहा ,प्रेम के नाम पर लोगो की इज्जत लूटी जा रही है ,सिनेमा हॉल ,पार्को और आजकल रूम में अश्लीलता की सारी हदें पार कर दी जा रही है,, फेसबुक से दोस्ती ,व्हाट्सप में फोटो शेयर ,रात रात बातें फिर शर्मसार करने वाली हरकत ,,,जिसे प्यार समझ कर लोग समय ,चरित्र ,विश्वास शादी से पहले ही लुटा रहे ,उनके जीवन के शादी सुदा जीवन कभी अच्छा हो ही नही सकता,उसके बच्चे भी संस्कारहीन होंगे ,और यही कारण है कि आज का समाज ,आज का परिवार बिखर गया ,आज रिश्ते का कोई महत्व ही नही रहा,,,,,,टीवी देखकर ,मूवी देखकर सारी नकारात्मक चीजें सीख रहे,उन्ही लोगो की तरह हरकत कर रहे ,सिगरेट दारू ,मेकअप पहनावा,,,,,,, किसी के  i love you बोलने से उसे प्रेम समझते हैं ये कितना बड़ा मूर्खतापूर्ण बातें हैं , कोई फेसबुक में प्यार ढूंढ रहा कोई व्हाट्सअप में ,किसी ने जूठी तारीफ कर दी उसे भी प्यार समझ रहे हैं , कोई फेसबुक में दिखावा कर रहा की कितना प्यार करता है ,कोई हाथ काट कर दिखा रहा ,,जो इंसान एक सच्चा प्रेम माँ बाप का न समझ कर, बाहर के लोगो के जुठे कसमे वादे को प्रेम  मान रहा है वो सबसे बड़ा मुर्ख है ,,धर्म अर्थ काम मोक्ष में सिर्फ काम के पीछे समय लगा कर ,अपने चरित्र को गिरा कर किया गया कार्य ,जीवन में सिर्फ दुःख देता है ,,,,,किसी का दिल टूट रहा ,कोई तकिया पकड़ रो रहा ,,,जीवन में शादी से पहले तक माँ बाप से खूब प्रेम करना चाइए उसके बाद अपने होने वाले पति या पत्नी से प्रेम करना चाइए,,लेकिन आज लोग न माँ बाप से प्यार करते न शादी के बाद पति पत्नी से ,,क्यों की जो अमूल्य ,समय ,फीलिंग ,विश्वास ,मजबूत रिश्ता होता है उसे पहले ही प्रेम समझ कर लुटा दिए ,,,,, जब आज की पीढ़ी वाले माँ बाप खुद यही कार्य करेंगे ,तो आने वाली पीढ़ी कैसे सही होगा है ?? आने वाला समाज कैसे सही होगा ???,आने वाला इंसान कैसे सही होगा??,,,लिखें हुए बातों पर आप विचार करे न की मेरे से गुस्सा करें ,सत्य लिखा हु कड़वा जरूर लगेगा,,,
हर शादी सुदा व्यक्ति से पूछो,उसके जीवन में प्रेम खत्म होकर एक मज़बूरी और सिर्फ जिमेवारी बचा है ,,हर उस लकड़े और लड़की से पूछो जो जुठे प्रेम जाल में फंसकर निकला हुआ है ,,,,इस लेख को जिसने भी जीवन में उतारा उसका जीवन में प्रेम की बरसात होगी ,नई पीढ़ी संस्कारवान होगी , जिसने नजरंदाज किया उसका पूरा जीवन मेरे लिखे हुए बातो को सत्य सिद्ध करेगा , जय हिंद

Comments

Popular posts from this blog

बख्तर साय और मुंडल सिंह की वीरगाथा

Bakhtar say and mundal Singh information

बख्तर साय और मुंडल सिंह का जीवन